Bank FD Scheme: लोग कर रहे भारी गलती- ये 3 नुकसान जानने के बाद आप कभी पैसा नहीं लगाएंगे

बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) करने के 3 बड़े नुकसान: पैसा लगाने से पहले जान लें ये बातें

बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) एक लोकप्रिय निवेश विकल्प है, जिसे भारतीय लोग सुरक्षित और स्थिर रिटर्न के लिए चुनते हैं। FD में निवेश करने पर आपको निश्चित ब्याज दर पर रिटर्न मिलता है, जो आपकी जमा राशि पर निर्धारित होता है। हालांकि, इस निवेश विकल्प के कुछ नुकसान भी हैं, जिनके बारे में जानना आवश्यक है। इस लेख में हम FD के तीन बड़े नुकसान और अन्य महत्वपूर्ण बातें साझा करेंगे, ताकि आप अपने पैसे को सही तरीके से निवेश कर सकें।

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) क्या है?

Advertisements

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) एक ऐसा वित्तीय उत्पाद है, जिसमें आप एक निश्चित अवधि के लिए अपनी राशि बैंक में जमा करते हैं और इसके बदले में आपको एक निश्चित ब्याज मिलता है। यह एक सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है क्योंकि इसमें आपका मूलधन सुरक्षित रहता है और आपको नियमित रूप से ब्याज प्राप्त होता है। FD की अवधि आमतौर पर 7 दिन से लेकर 10 साल तक होती है।

FD का अवलोकन

विशेषताविवरण
निवेश अवधि7 दिन से 10 साल
ब्याज दर3% से 8% (बैंक के अनुसार)
लॉक-इन अवधिहां (निर्धारित समय तक)
टैक्सब्याज पर टैक्स लागू
प्री-मैच्योर विड्रॉलसंभव, लेकिन जुर्माना लागू होता है
सुरक्षाDICGC द्वारा 5 लाख रुपये तक की गारंटी

FD करने के नुकसान

फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने के कुछ महत्वपूर्ण नुकसान हैं, जिनका ध्यान रखना आवश्यक है:

1. कम रिटर्न

फिक्स्ड डिपॉजिट पर मिलने वाला ब्याज आमतौर पर अन्य निवेश विकल्पों जैसे कि शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड्स की तुलना में कम होता है। यदि आप उच्च रिटर्न की तलाश में हैं, तो FD आपके लिए सही विकल्प नहीं हो सकता।

2. लॉक-इन पीरियड

FD में आपका पैसा एक निश्चित अवधि के लिए लॉक हो जाता है। इसका मतलब यह है कि आप उस अवधि के दौरान अपने पैसे को नहीं निकाल सकते। यदि आपको अचानक पैसे की आवश्यकता होती है, तो आपको प्री-मैच्योर विड्रॉल करना पड़ेगा, जिसके लिए जुर्माना भी देना पड़ सकता है।

3. महंगाई का प्रभाव

महंगाई दर अक्सर FD की ब्याज दर से अधिक होती है। यदि आपकी FD की ब्याज दर महंगाई से कम है, तो आपके पैसे का वास्तविक मूल्य समय के साथ कम हो जाएगा।

अन्य महत्वपूर्ण बातें

  • टैक्स: FD पर मिलने वाले ब्याज पर टैक्स लगता है, जिससे आपका कुल रिटर्न और भी कम हो जाता है।
  • लिक्विडिटी: FD में लिक्विडिटी की कमी होती है; अगर आप जल्दी निकालते हैं तो आपको जुर्माना देना पड़ता है।
  • कोई कैपिटल गेन्स नहीं: FD पर कोई कैपिटल गेन्स नहीं मिलते हैं, जिससे आपको लंबे समय में लाभ नहीं होता।

निष्कर्ष

फिक्स्ड डिपॉजिट एक सुरक्षित निवेश विकल्प हो सकता है, लेकिन इसके साथ जुड़े नुकसान को ध्यान में रखना आवश्यक है। यदि आप उच्च रिटर्न की तलाश कर रहे हैं या आपकी लिक्विडिटी की जरूरतें अधिक हैं, तो FD आपके लिए सही विकल्प नहीं हो सकता।

Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह अवश्य लें।

इस प्रकार, बैंक में FD करने के फायदे और नुकसान दोनों को समझना जरूरी है ताकि आप अपने पैसे का सही तरीके से प्रबंधन कर सकें।

Author

Advertisements
Advertisements

Leave a Comment

Join Telegram