आज के समय में बैंकिंग हर किसी की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे पैसे जमा करने हों, निकालने हों या डिजिटल ट्रांजैक्शन करना हो—हर काम के लिए बैंकिंग नियमों की जानकारी जरूरी है। हर साल बैंकिंग सेक्टर में कई बदलाव होते हैं ताकि ग्राहकों को बेहतर और सुरक्षित सेवाएं मिल सकें। 2025 में भी बैंकिंग से जुड़े कई बड़े नियम बदलने जा रहे हैं, जिनका सीधा असर आम लोगों की जेब और रोजमर्रा के कामकाज पर पड़ेगा।
अगर आप भी State Bank of India (SBI), Punjab National Bank (PNB), Bank of Baroda (BOB) या किसी भी बड़े बैंक के ग्राहक हैं, तो आपको इन नए नियमों की पूरी जानकारी होनी चाहिए। खासकर ATM Cash Withdrawal, Minimum Balance, Positive Pay System, Credit Card Benefits और Digital Banking से जुड़े बदलावों को नजरअंदाज करना आपको भारी पड़ सकता है। इस लेख में हम आपको 1 मई 2025 से लागू होने वाले 5 सबसे जरूरी बैंकिंग नियमों के बारे में आसान भाषा में पूरी जानकारी देंगे।
Bank 5 New Rules 2025: Overview Table
नियम का नाम (Rule Name) | मुख्य बदलाव (Key Change) |
ATM Cash Withdrawal Charges | फ्री लिमिट के बाद निकासी पर 19-23 रुपये शुल्क |
Minimum Balance Requirement | खाते के क्षेत्र के अनुसार न्यूनतम बैलेंस जरूरी |
Positive Pay System (PPS) | 5000+ रुपये के चेक पर वेरिफिकेशन जरूरी |
Credit Card Rewards & Benefits | रिवॉर्ड पॉइंट्स और बेनिफिट्स में कटौती |
Digital Banking Security | 2-Factor Authentication, Biometric Verification |
UPI Inactive Account Closure | लंबे समय तक इनएक्टिव UPI अकाउंट बंद |
KYC Update | समय पर KYC अपडेट न करने पर अकाउंट फ्रीज |
Savings Account Interest Rate | नई ब्याज दरें, नो मिनिमम बैलेंस अकाउंट्स |
ATM Cash Withdrawal Charges में बदलाव
1 मई 2025 से ATM से पैसे निकालना अब पहले से महंगा हो जाएगा। अभी तक फ्री लिमिट खत्म होने के बाद हर निकासी पर 17 रुपये शुल्क लगता था, लेकिन अब यह बढ़कर 19 रुपये हो जाएगा। RBI ने बैंकों को फ्री लिमिट के बाद अधिकतम 23 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन चार्ज वसूलने की अनुमति दी है। बैलेंस चेक करने पर भी शुल्क बढ़कर 7 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन हो जाएगा।
- अपने बैंक के ATM: हर महीने 5 फ्री ट्रांजैक्शन (कैश निकालना, बैलेंस चेक, मिनी स्टेटमेंट आदि)
- दूसरे बैंक के ATM: मेट्रो शहर में 3 फ्री ट्रांजैक्शन, नॉन-मेट्रो में 5 फ्री ट्रांजैक्शन
- फ्री लिमिट के बाद: 19-23 रुपये प्रति निकासी, 7 रुपये बैलेंस चेक पर
जरूरी सलाह: बार-बार ATM से पैसे निकालने से बचें और डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा दें, ताकि अतिरिक्त शुल्क से बचा जा सके।
बचत खाते (Savings Account) में न्यूनतम बैलेंस नियम
अब आपके खाते का मिनिमम बैलेंस आपके अकाउंट के लोकेशन (Urban, Semi-Urban, Rural) के हिसाब से तय होगा। अगर आप निर्धारित न्यूनतम बैलेंस नहीं रखते हैं, तो बैंक आपसे पेनल्टी वसूल सकता है।
- शहरी (Urban) क्षेत्र: मिनिमम बैलेंस ज्यादा हो सकता है
- ग्रामीण (Rural) क्षेत्र: मिनिमम बैलेंस कम हो सकता है
- मिनिमम बैलेंस न रखने पर: 50-500 रुपये तक पेनल्टी लग सकती है (बैंक के अनुसार अलग-अलग)
ध्यान दें: अपने खाते में हमेशा निर्धारित बैलेंस बनाए रखें ताकि पेनल्टी से बच सकें।
पॉजिटिव पे सिस्टम (Positive Pay System – PPS) लागू
बैंकिंग फ्रॉड रोकने के लिए 1 मई 2025 से कई बैंक Positive Pay System लागू कर रहे हैं। अब 5000 रुपये से ज्यादा के चेक पर पेमेंट से पहले वेरिफिकेशन जरूरी होगा। ग्राहक को चेक नंबर, तारीख, लाभार्थी का नाम और रकम की पुष्टि बैंक को देनी होगी।
- 5000+ रुपये के चेक पर PPS जरूरी
- वेरिफिकेशन के बाद ही चेक क्लियर होगा
- फ्रॉड और गलत ट्रांजैक्शन से सुरक्षा
फायदा: इससे चेक फ्रॉड की घटनाएं कम होंगी और आपका पैसा ज्यादा सुरक्षित रहेगा।
क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड्स और बेनिफिट्स में कटौती
SBI, IDFC First Bank और अन्य बड़े बैंक अपने क्रेडिट कार्ड रिवॉर्ड्स और बेनिफिट्स में बदलाव कर रहे हैं। अब कई कार्ड्स पर मिलने वाले रिवॉर्ड पॉइंट्स, टिकट वाउचर, रिन्यूअल बेनिफिट्स और माइलस्टोन रिवॉर्ड्स कम या बंद किए जा रहे हैं।
- रिवॉर्ड पॉइंट्स कम मिलेंगे
- टिकट वाउचर/क्लब बेनिफिट्स में कटौती
- कुछ कार्ड्स पर रिन्यूअल बेनिफिट्स बंद
सलाह: अपने कार्ड के नए टर्म्स और कंडीशन्स जरूर पढ़ें, ताकि आप अपने फायदे और नुकसान को समझ सकें।
डिजिटल बैंकिंग और सुरक्षा (Digital Banking Security)
डिजिटल बैंकिंग को सुरक्षित और आसान बनाने के लिए बैंकों ने नए फीचर्स और सिक्योरिटी लेवल बढ़ा दिए हैं:
- 2-Factor Authentication: हर डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए OTP या बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन जरूरी
- Biometric Verification: फिंगरप्रिंट या फेस रिकग्निशन के जरिए लॉगिन
- AI Based Chatbots: बैंकिंग सवालों के जवाब और मदद के लिए
फायदा: इससे ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों में कमी आएगी और आपकी बैंकिंग ज्यादा सुरक्षित होगी।
निष्क्रिय UPI अकाउंट होंगे बंद
अगर आपका UPI अकाउंट लंबे समय से इनएक्टिव है, तो बैंक उसे बंद कर सकता है। इससे आपका UPI ट्रांजैक्शन प्रभावित हो सकता है। इसलिए समय-समय पर UPI का इस्तेमाल करते रहें।
- लंबे समय तक UPI न चलाने पर अकाउंट बंद
- दोबारा एक्टिवेट करने के लिए बैंक जाना पड़ सकता है
KYC अपडेट जरूरी
KYC (Know Your Customer) अपडेट करना अब और भी जरूरी हो गया है। अगर आप समय पर KYC अपडेट नहीं करते हैं, तो आपका अकाउंट फ्रीज या ब्लॉक हो सकता है।
- आधार कार्ड, पैन कार्ड, एड्रेस प्रूफ जरूरी
- समय-समय पर KYC अपडेट करें
सेविंग्स अकाउंट ब्याज दरों में बदलाव
2025 में कई बैंकों ने सेविंग्स अकाउंट की ब्याज दरों में बदलाव किया है। SBI में अब 2.70% सालाना ब्याज मिलेगा, और कई खातों में नो मिनिमम बैलेंस की सुविधा दी गई है।
- ब्याज दरें अकाउंट बैलेंस पर निर्भर करेंगी
- सीनियर सिटीजन के लिए स्पेशल रेट्स
अन्य जरूरी बदलाव
- ATM ट्रांजैक्शन लिमिट: महीने में फ्री लिमिट के बाद हर ट्रांजैक्शन पर चार्ज लगेगा।
- RuPay डेबिट कार्ड: नए फीचर्स जैसे एयरपोर्ट लाउंज एक्सेस, इंश्योरेंस कवर आदि।
- Priority Sector Lending: एजुकेशन, रिन्यूएबल एनर्जी और अफोर्डेबल हाउसिंग लोन की लिमिट बढ़ी।
- Loan Guidelines: पर्सनल लोन के लिए अब क्रेडिट स्कोर हर 15 दिन में अपडेट होगा, जिससे लोन अप्रूवल में सख्ती आएगी।
नए बैंकिंग नियमों का असर – फायदे और नुकसान
फायदे
- ट्रांजैक्शन सिक्योरिटी बढ़ेगी
- चेक फ्रॉड से सुरक्षा
- डिजिटल बैंकिंग आसान और सुरक्षित
- ब्याज दरों में पारदर्शिता
नुकसान
- बार-बार ATM से पैसे निकालना महंगा
- क्रेडिट कार्ड बेनिफिट्स में कटौती
- मिनिमम बैलेंस न रखने पर पेनल्टी
जरूरी सावधानियां
- महीने में फ्री लिमिट के अंदर ही ATM का इस्तेमाल करें।
- अपने खाते का मिनिमम बैलेंस बनाए रखें।
- चेक पेमेंट के लिए Positive Pay System का पालन करें।
- KYC और UPI को समय-समय पर अपडेट करें।
- क्रेडिट कार्ड के नए नियम पढ़ें और समझें।
निष्कर्ष
2025 में बैंकिंग के ये 5 बड़े बदलाव हर ग्राहक के लिए जानना जरूरी है। अगर आप इन नियमों को नहीं जानते या फॉलो नहीं करते, तो आपको आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है। इसलिए समय रहते अपने बैंकिंग व्यवहार में बदलाव लाएं और डिजिटल बैंकिंग को अपनाएं। इससे न सिर्फ आपका पैसा सुरक्षित रहेगा, बल्कि आपको बैंकिंग से जुड़े सभी फायदे भी मिलेंगे।
Disclaimer:
यह लेख केवल जानकारी के लिए है। बैंकिंग नियम समय-समय पर बदलते रहते हैं, इसलिए अपने बैंक की ऑफिशियल वेबसाइट या ब्रांच से लेटेस्ट अपडेट जरूर लें। ऊपर बताए गए नियम 1 मई 2025 से लागू होंगे, लेकिन बैंकों की पॉलिसी के अनुसार इनमें बदलाव संभव है। किसी भी फाइनेंशियल डिसीजन से पहले एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।
यह कोई सरकारी घोषणा या ऑफिशियल नोटिफिकेशन नहीं है, बल्कि विभिन्न मीडिया और बैंकिंग अपडेट्स के आधार पर तैयार किया गया है।