अबुआ आवास योजना झारखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद परिवारों को अपने घर के निर्माण में सहायता प्रदान करना है। इस योजना के तहत सरकार लाभार्थियों को 2 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान करती है, जिससे वे अपने लिए 3 कमरों का पक्का घर बना सकें। यह सहायता राशि चार किस्तों में दी जाती है, जिससे लाभार्थी अपने घर के निर्माण के विभिन्न चरणों को पूरा कर सकें।
अबुआ आवास योजना की तीसरी किस्त में लाभार्थियों को 1 लाख रुपये प्रदान किए जाते हैं, जिससे वे अपने घर की छत का निर्माण कर सकें। यह राशि पहले दो किस्तों की राशि मिलने के बाद ही प्राप्त होती है, जब लाभार्थी ने अपने घर का लिल्टन तक का कार्य पूरा कर लिया होता है। इसके अलावा, लाभार्थी को जियो-टैगिंग करानी होती है, जिसके बाद सरकारी अधिकारियों द्वारा सत्यापन किया जाता है।
अबुआ आवास योजना की तीसरी किस्त की राशि जल्द ही लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी। हालांकि, अभी तक इसकी आधिकारिक तिथि घोषित नहीं की गई है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार होली के बाद इसकी संभावना जताई जा रही है।
अबुआ आवास योजना की जानकारी
अबुआ आवास योजना का विवरण
विवरण | जानकारी |
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योजना का उद्देश्य | गरीब और जरूरतमंद परिवारों को 3 कमरों का पक्का घर बनाने में सहायता प्रदान करना। |
वित्तीय सहायता | 2 लाख रुपये तक की सहायता राशि चार किस्तों में दी जाती है। |
पहली किस्त | 30,000 रुपये (प्लिंथ लेवल का कार्य पूरा करने के लिए) |
दूसरी किस्त | 50,000 रुपये (लिल्टन तक के कार्य के लिए) |
तीसरी किस्त | 1,00,000 रुपये (छत ढलाई के लिए) |
चौथी किस्त | 20,000 रुपये (अंतिम कार्य और फिनिशिंग के लिए) |
कार्य पूरा करने की शर्तें | लाभार्थी को जियो-टैगिंग करानी होती है और सरकारी अधिकारियों द्वारा सत्यापन होना आवश्यक है। |
तीसरी किस्त प्राप्त करने के लिए आवश्यक शर्तें
- पहली और दूसरी किस्त मिलना आवश्यक: तीसरी किस्त के लिए यह जरूरी है कि लाभार्थी को पहली और दूसरी किस्त की राशि मिल चुकी हो।
- लिल्टन तक का कार्य पूरा होना: घर का प्लिंथ और दीवारें बन चुकी होनी चाहिए।
- जियो-टैगिंग और सत्यापन: निर्माण कार्य की पुष्टि के लिए जियो-टैगिंग करानी होती है और सरकारी अधिकारियों द्वारा सत्यापन होना आवश्यक है।
तीसरी किस्त की राशि का वितरण
अबुआ आवास योजना की तीसरी किस्त में लाभार्थियों को 1 लाख रुपये प्रदान किए जाते हैं, जिससे वे अपने घर की छत का निर्माण कर सकें। यह राशि डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। इसके लिए यह जरूरी है कि लाभार्थी का बैंक खाता DBT के लिए सक्रिय हो।
तीसरी किस्त की राशि प्राप्त करने की प्रक्रिया
- पहली और दूसरी किस्त की राशि प्राप्त करें: तीसरी किस्त के लिए यह आवश्यक है कि लाभार्थी को पहली और दूसरी किस्त की राशि मिल चुकी हो।
- लिल्टन तक का कार्य पूरा करें: घर का प्लिंथ और दीवारें बन चुकी होनी चाहिए।
- जियो-टैगिंग कराएं: निर्माण कार्य की पुष्टि के लिए जियो-टैगिंग करानी होती है।
- सरकारी अधिकारियों द्वारा सत्यापन: जियो-टैगिंग के बाद सरकारी अधिकारियों द्वारा सत्यापन होना आवश्यक है।
- तीसरी किस्त की राशि प्राप्त करें: सत्यापन के बाद 1 लाख रुपये की राशि लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है।
स्टेटस चेक करने का तरीका
अबुआ आवास योजना की तीसरी किस्त की राशि का स्टेटस चेक करने के लिए लाभार्थी निम्नलिखित तरीकों का पालन कर सकते हैं:
- ऑनलाइन पोर्टल: झारखंड सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने आवेदन की स्थिति देख सकते हैं।
- मोबाइल ऐप: यदि कोई विशेष ऐप उपलब्ध है, तो उसके माध्यम से भी स्टेटस चेक किया जा सकता है।
- पंचायत सचिव से संपर्क: अपने पंचायत सचिव से संपर्क करके भी स्टेटस की जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
निष्कर्ष
अबुआ आवास योजना झारखंड के गरीब और जरूरतमंद परिवारों के लिए एक महत्वपूर्ण योजना है, जो उन्हें अपने घर के निर्माण में वित्तीय सहायता प्रदान करती है। तीसरी किस्त में 1 लाख रुपये की राशि दी जाती है, जिससे लाभार्थी अपने घर की छत का निर्माण कर सकें। यह राशि DBT के माध्यम से सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है। लाभार्थियों को अपने निर्माण कार्य की प्रगति को जियो-टैगिंग के माध्यम से सत्यापित कराना होता है, जिसके बाद ही तीसरी किस्त की राशि प्राप्त होती है।
विशेष जानकारी
अबुआ आवास योजना की तीसरी किस्त की राशि जल्द ही लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी। हालांकि, इसकी आधिकारिक तिथि अभी तक घोषित नहीं की गई है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार होली के बाद इसकी संभावना जताई जा रही है। लाभार्थियों को अपने निर्माण कार्य को समय पर पूरा करना होगा और जियो-टैगिंग करानी होगी ताकि वे तीसरी किस्त की राशि प्राप्त कर सकें।
Disclaimer:
अबुआ आवास योजना एक वास्तविक योजना है जो झारखंड सरकार द्वारा चलाई जा रही है। यह योजना गरीब और जरूरतमंद परिवारों को अपने घर के निर्माण में सहायता प्रदान करती है। तीसरी किस्त की राशि जल्द ही लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी, लेकिन इसकी आधिकारिक तिथि अभी तक घोषित नहीं की गई है। लाभार्थियों को अपने निर्माण कार्य को समय पर पूरा करना होगा और जियो-टैगिंग करानी होगी ताकि वे तीसरी किस्त की राशि प्राप्त कर सकें।