Bank New Rules: 21 फरवरी से खाते और Transaction पर नया असर, पेनॉल्टी से बचना है तो अभी जानें

फरवरी 2025 की शुरुआत के साथ ही बैंकिंग सिस्टम में कई बदलाव होने जा रहे हैं। ये बदलाव आपके बैंक खातेएटीएम इस्तेमाल करने और डिजिटल पेमेंट करने के तरीके को प्रभावित करेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इन नए नियमों को लागू किया है, जिसका मकसद बैंकिंग सेवाओं को और भी सुरक्षितपारदर्शी और ग्राहक-केंद्रित बनाना है। इन बदलावों के बारे में जानना आपके लिए ज़रूरी है ताकि आप किसी भी तरह की परेशानी से बच सकें।

इन नए नियमों के तहत, आपको अपने सेविंग्स अकाउंट में मिनिमम बैलेंस की राशि को बढ़ाना होगा, एटीएम से कैश निकालने पर ज़्यादा शुल्क देना होगा, और डिजिटल बैंकिंग सेवाओं में कुछ नए बदलाव देखने को मिलेंगे। इसके अलावा, कुछ बैंकों ने ब्याज दरों में भी बदलाव किए हैं, जिसका असर आपकी बचत पर पड़ेगा।

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इसलिए, यह ज़रूरी है कि आप इन सभी बदलावों को समझें और उसके अनुसार अपनी बैंकिंग आदतों को बदलें। इस लेख में, हम आपको 1 फरवरी 2025 से लागू होने वाले सभी महत्वपूर्ण बैंकिंग नियमों के बारे में विस्तार से बताएंगे।

1 फरवरी 2025 से बैंकिंग सिस्टम में होने वाले मुख्य बदलाव

यहां उन मुख्य बदलावों का विवरण दिया गया है जो 1 फरवरी 2025 से बैंकिंग सिस्टम में होने वाले हैं:

नियमविवरण
ATM से नकदी निकालने का शुल्कअब आपको महीने में सिर्फ 3 बार ही फ्री में एटीएम से कैश निकालने की अनुमति होगी। इसके बाद, प्रत्येक लेनदेन पर 25 रुपये का शुल्क लगेगा। दूसरे बैंक के एटीएम से पैसे निकालने पर 30 रुपये का शुल्क लगेगा।
मिनिमम बैलेंस की आवश्यकताएसबीआई खाताधारकों के लिए मिनिमम बैलेंस 3,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये कर दिया जाएगा। पीएनबी के लिए यह सीमा 1,000 रुपये से बढ़ाकर 3,500 रुपये हो जाएगी। केनरा बैंक के ग्राहकों के लिए यह सीमा 1,000 रुपये से बढ़ाकर 2,500 रुपये कर दी जाएगी।
डिजिटल बैंकिंग सेवाओं का विस्तारऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग सेवाओं में नई सुविधाएं जोड़ी जाएंगी, जिससे लेनदेन अधिक सुरक्षित और तेज़ हो जाएगा। डिजिटल पेमेंट करने पर कैशबैक और अन्य लाभ भी मिल सकते हैं।
ब्याज दरों में परिवर्तनएसबीआई, पीएनबी और अन्य बैंकों में बचत खातों पर ब्याज दरें 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 3.5 प्रतिशत कर दी गई हैं। वरिष्ठ नागरिकों को इस पर 0.5 प्रतिशत का अतिरिक्त लाभ मिलेगा।
UPI ट्रांजैक्शन में बदलावअब आप स्पेशल कैरेक्टर वाली ट्रांजेक्शन आईडी से पेमेंट नहीं कर पाएंगे। ट्रांजेक्शन आईडी में केवल अल्फान्यूमेरिक कैरेक्टर (अक्षर और अंक) होने चाहिए।
एटीएम लेनदेन सीमाकोटक महिंद्रा बैंक द्वारा अपने ग्राहकों के लिए एटीएम से जुड़े नियमों में बदलाव किए जाएंगे। बैंक अलग-अलग तरह की बैंकिंग सर्विस के लिए फीस तय करेगा। नियम के अनुसार 1 दिन में ज्यादा से ज्यादा 50 हजार रुपये निकाले जा सकते हैं।

ATM Cash Withdrawal Charges में बदलाव

1 फरवरी 2025 से, एटीएम से कैश निकालने के नियमों में बदलाव होने जा रहा है। अब, ग्राहकों को महीने में सिर्फ तीन मुफ्त लेनदेन की अनुमति होगी। इसके बाद, प्रत्येक लेनदेन पर 25 रुपये का शुल्क लगेगा। पहले यह शुल्क 20 रुपये था. यदि आप किसी दूसरे बैंक के एटीएम से पैसे निकालते हैं, तो आपको 30 रुपये का शुल्क देना होगा. यह बदलाव डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है.

  • नियम: महीने में सिर्फ 3 मुफ्त लेनदेन
  • शुल्क: 3 मुफ्त लेनदेन के बाद 25 रुपये प्रति लेनदेन
  • अन्य बैंकों के एटीएम: 30 रुपये प्रति लेनदेन
  • उद्देश्य: डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देना

Minimum Balance Requirement में बदलाव

1 फरवरी 2025 से, कई बैंकों ने अपने सेविंग्स अकाउंट में मिनिमम बैलेंस की आवश्यकता को बढ़ा दिया है. एसबीआई खाताधारकों को अब अपने खाते में 5,000 रुपये का मिनिमम बैलेंस रखना होगा, जबकि पहले यह राशि 3,000 रुपये थी. इसी तरह, पीएनबी ने मिनिमम बैलेंस की सीमा को 1,000 रुपये से बढ़ाकर 3,500 रुपये कर दिया है. केनरा बैंक के ग्राहकों को अब अपने खाते में 2,500 रुपये का मिनिमम बैलेंस रखना होगा, जबकि पहले यह राशि 1,000 रुपये थी. यदि आप अपने खाते में मिनिमम बैलेंस नहीं रखते हैं, तो आपको जुर्माना देना पड़ सकता है.

  • एसबीआई: मिनिमम बैलेंस 5,000 रुपये
  • पीएनबी: मिनिमम बैलेंस 3,500 रुपये
  • केनरा बैंक: मिनिमम बैलेंस 2,500 रुपये
  • जुर्माना: मिनिमम बैलेंस नहीं रखने पर जुर्माना

Digital Banking Services का विस्तार

1 फरवरी से, डिजिटल बैंकिंग सेवाओं में भी कई बदलाव होंगे. बैंकों ने ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग सेवाओं में नई सुविधाएं जोड़ी हैं, जिससे ग्राहक अब अधिक सुरक्षित और तेजी से लेनदेन कर सकते हैं. इसके अलावा, डिजिटल रूप से पेमेंट करने पर आपको कैशबैक और अन्य लाभ भी मिल सकते हैं. इन बदलावों का उद्देश्य ग्राहकों को डिजिटल पेमेंट के लिए प्रोत्साहित करना है.

  • नई सुविधाएं: ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग सेवाओं में नई सुविधाएं
  • सुरक्षा: लेनदेन अब अधिक सुरक्षित
  • तेजी: लेनदेन अब अधिक तेज़ी से होंगे
  • लाभ: डिजिटल पेमेंट पर कैशबैक और अन्य लाभ

Interest Rates में परिवर्तन

एसबीआई, पीएनबी और अन्य बैंकों ने सेविंग्स अकाउंट पर ब्याज दरों में भी बदलाव किया है. अब, आपको अपने सेविंग्स अकाउंट पर 3.5 प्रतिशत की ब्याज दर मिलेगी, जबकि पहले यह दर 3 प्रतिशत थी. वरिष्ठ नागरिकों को इस पर 0.5 प्रतिशत का अतिरिक्त लाभ मिलेगा. इन बदलावों का उद्देश्य ग्राहकों को बचत करने के लिए प्रोत्साहित करना है.

  • नई ब्याज दर: 3.5 प्रतिशत
  • वरिष्ठ नागरिकों के लिए: 0.5 प्रतिशत का अतिरिक्त लाभ
  • उद्देश्य: ग्राहकों को बचत करने के लिए प्रोत्साहित करना

UPI Transaction में बदलाव

1 फरवरी 2025 से, यूपीआई ट्रांजैक्शन के नियमों में भी बदलाव किया गया है. अब, आप स्पेशल कैरेक्टर वाली ट्रांजेक्शन आईडी से पेमेंट नहीं कर पाएंगे. ट्रांजेक्शन आईडी में केवल अल्फान्यूमेरिक कैरेक्टर (अक्षर और अंक) होने चाहिए. यदि आपकी ट्रांजेक्शन आईडी में कोई स्पेशल कैरेक्टर है, तो आपका पेमेंट कैंसिल हो जाएगा.

  • नियम: ट्रांजेक्शन आईडी में केवल अल्फान्यूमेरिक कैरेक्टर
  • अमान्य: स्पेशल कैरेक्टर वाली ट्रांजेक्शन आईडी
  • परिणाम: पेमेंट कैंसिल

ATM Transaction Limit में बदलाव

कोटक महिंद्रा बैंक ने अपने ग्राहकों के लिए एटीएम से जुड़े नियमों में कुछ बदलाव किए हैं. बैंक अब अलग-अलग तरह की बैंकिंग सर्विस के लिए फीस तय करेगा. इसके अलावा, आप एक दिन में एटीएम से 50,000 रुपये से ज्यादा नहीं निकाल सकते हैं.

  • कोटक महिंद्रा बैंक: एटीएम नियमों में बदलाव
  • फीस: अलग-अलग बैंकिंग सर्विस के लिए फीस
  • सीमा: एक दिन में 50,000 रुपये

निष्कर्ष

1 फरवरी 2025 से बैंकिंग सिस्टम में कई महत्वपूर्ण बदलाव हो रहे हैं। इन बदलावों में एटीएम से नकदी निकालने के शुल्क में वृद्धि, मिनिमम बैलेंस की आवश्यकता में वृद्धि, डिजिटल बैंकिंग सेवाओं का विस्तार, ब्याज दरों में परिवर्तन और यूपीआई ट्रांजैक्शन में बदलाव शामिल हैं। इन सभी बदलावों का सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा। इसलिए, यह ज़रूरी है कि आप इन बदलावों के बारे में पूरी जानकारी रखें और उसके अनुसार अपनी बैंकिंग आदतों को बदलें।इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य बैंकिंग सिस्टम को अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और ग्राहक-केंद्रित बनाना है। डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने और ग्राहकों को बचत करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए भी ये बदलाव किए गए हैं। यदि आप इन बदलावों के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं, तो आप अपने बैंक की वेबसाइट पर जा सकते हैं या अपने बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र से संपर्क कर सकते हैं।

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी विभिन्न स्रोतों से ली गई है और यह 100% सटीक नहीं हो सकती है। पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे कोई भी निर्णय लेने से पहले संबंधित अधिकारियों से जानकारी सत्यापित कर लें। यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि 1 फरवरी 2025 से बैंकिंग नियमों में बदलाव की खबरें सच हैं और इनका उद्देश्य बैंकिंग सेवाओं को बेहतर बनाना है।

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