Virgin Atlantic Flight VS358, जो लंदन से मुंबई के लिए रवाना हुई थी, ने 2 अप्रैल 2025 को एक मेडिकल इमरजेंसी के कारण तुर्की के Diyarbakir Airport पर आपातकालीन लैंडिंग की। इस घटना के बाद, विमान में तकनीकी खराबी आ गई, जिससे यात्रा बाधित हो गई। लगभग 250 भारतीय और अन्य यात्रियों को 40 घंटे तक कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा।
इस लेख में हम इस घटना के सभी पहलुओं पर चर्चा करेंगे, जिसमें यात्रियों की स्थिति, एयरलाइन की प्रतिक्रिया, और भारतीय दूतावास द्वारा उठाए गए कदम शामिल हैं।
250+ Mumbai-bound passenger stuck
विवरण | जानकारी |
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फ्लाइट का नाम | Virgin Atlantic Flight VS358 |
रूट | लंदन से मुंबई |
आपातकालीन लैंडिंग का समय | 2 अप्रैल 2025, शाम 7 बजे |
स्थान | Diyarbakir Airport, तुर्की |
कुल यात्री | 250+ |
फंसे रहने का समय | 40 घंटे |
मेडिकल इमरजेंसी का कारण | एक यात्री को पैनिक अटैक |
आपातकालीन लैंडिंग और तकनीकी खराबी
फ्लाइट ने लंदन के Heathrow Airport से उड़ान भरी थी और इसे मुंबई में 3 अप्रैल को सुबह 1:40 बजे पहुंचना था। लेकिन एक यात्री को पैनिक अटैक आने के कारण विमान को तुर्की के Diyarbakir Airport पर उतारना पड़ा।
तकनीकी समस्या:
- विमान ने “हार्ड लैंडिंग” की, जिससे तकनीकी खराबी उत्पन्न हुई।
- विमान को उड़ान भरने के लिए अनफिट घोषित किया गया।
यात्रियों की स्थिति
यात्रियों को एयरपोर्ट पर बेहद कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा।
प्रमुख समस्याएँ:
- भोजन और पानी की कमी:
यात्रियों को पर्याप्त भोजन और पानी उपलब्ध नहीं कराया गया। - सैनिटेशन:
लगभग 300 लोगों के लिए केवल एक टॉयलेट था। - सुविधाओं की कमी:
कोई चार्जिंग पॉइंट नहीं थे, जिससे यात्रियों के फोन बैटरी खत्म हो गई। - विशेष परिस्थितियाँ:
बुजुर्ग, गर्भवती महिलाएँ और बच्चे भी इस परेशानी का सामना कर रहे थे।
एयरलाइन की प्रतिक्रिया
Virgin Atlantic ने यात्रियों की स्थिति पर खेद व्यक्त किया और कहा कि वे सभी विकल्पों पर काम कर रहे हैं ताकि यात्रियों को जल्द से जल्द मुंबई पहुंचाया जा सके।
उठाए गए कदम:
- वैकल्पिक विमान की व्यवस्था करने का प्रयास।
- रातभर होटल में ठहरने और भोजन की सुविधा प्रदान करना।
भारतीय दूतावास द्वारा सहायता
भारतीय दूतावास ने तुर्की में अधिकारियों से संपर्क किया और यात्रियों को अस्थायी वीजा प्रदान किया ताकि उन्हें होटल में ठहरने की सुविधा दी जा सके।
दूतावास द्वारा उठाए गए कदम:
- अस्थायी वीजा जारी करना।
- होटल में ठहरने और भोजन की व्यवस्था करना।
- मेडिकल सहायता प्रदान करना।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
यात्रियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में Twitter) पर अपनी स्थिति साझा की।
प्रमुख प्रतिक्रियाएँ:
- “40 घंटे से फंसे हुए हैं, कोई मदद नहीं मिल रही है।”
- “एक टॉयलेट में 300 लोग, कोई चार्जिंग पॉइंट नहीं है।”
- “बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएँ भी इस परेशानी में हैं।”
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
क्या फ्लाइट ने मुंबई पहुंचने के लिए वैकल्पिक विमान की व्यवस्था की?
Virgin Atlantic ने कहा कि वे वैकल्पिक विमान की व्यवस्था करने पर काम कर रहे हैं।
क्या भारतीय दूतावास ने यात्रियों की मदद की?
हाँ, भारतीय दूतावास ने अस्थायी वीजा जारी करके होटल में ठहरने और भोजन की सुविधा प्रदान की।
यात्रियों को कितने घंटे तक फंसे रहना पड़ा?
यात्रियों को लगभग 40 घंटे तक एयरपोर्ट पर रहना पड़ा।
निष्कर्ष
यह घटना न केवल यात्रियों के लिए बल्कि एयरलाइन और संबंधित अधिकारियों के लिए भी एक सबक है कि ऐसी परिस्थितियों में बेहतर प्रबंधन कैसे किया जाए। हालांकि भारतीय दूतावास ने महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की, लेकिन एयरलाइन को अपनी जिम्मेदारी निभाने में अधिक सक्रिय होना चाहिए था।
Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपया सभी विवरणों की पुष्टि संबंधित अधिकारियों या आधिकारिक स्रोतों से करें।